वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले हफ्ते व्हाइट हाउस आने का न्योता दिया है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी पेरिस में एआई पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की सह अध्यक्षता करने के बाद 12 और 13 फरवरी को दो दिन की यात्रा पर वाशिंगटन जाने वाले हैं। उन्हें व्हाइट हाउस आने का न्योता दोनों शीर्ष नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत के कुछ दिनों के बाद ही दिया गया है। बता दें कि, पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच 27 जनवरी को फोन पर बात हुई थी।
खास बात यह है कि पीएम के अमेरिका यात्रा की पुष्टि व्हाइट हाउस ने उसी दिन की, जिस दिन अमेरिकी वायुसेना का एक विमान 104 अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर अमृतसर पहुंचा है। इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि विशिष्ट विवरण साझा नहीं किए जा सकते हैं, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका अपने सीमा और आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू कर रहा है। प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि की गई कार्रवाई श्एक स्पष्ट संदेश देती है कि अवैध प्रवास जोखिम के लायक नहीं है।श्
27 जनवरी को दोनों नेताओं के बीच क्या हुई थी बातचीत
वहीं इससे पहले, व्हाइट हाउस की तरफ से 27 जनवरी को जारी एक बयान में कहा गया कि डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। व्हाइट हाउस के एक बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इसमें कहा गया, श्राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने सहयोग को बढ़ाने और उसे गहरा करने पर चर्चा की। उन्होंने इंडो-पैसिफिक, मध्य पूर्व और यूरोप में सुरक्षा सहित कई क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति ने भारत की तरफ से अमेरिकी निर्मित सुरक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंधों की ओर बढ़ने के महत्व पर जोर दिया।
इस बयान में कहा गया, नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की व्हाइट हाउस यात्रा की योजनाओं पर चर्चा की, जिसमें हमारे देशों के बीच मित्रता और रणनीतिक संबंधों की मजबूती को रेखांकित किया गया। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी और इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जिसमें भारत इस साल के अंत में पहली बार क्वाड नेताओं की मेजबानी करेगा।