नैनी, प्रयागराज (केएन शुक्ल ‘घंटी’)। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र,क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि होली का पर्व रंग गुलाल उमंग उत्साह का पर्व सिक्ख समुदाय इसे होला मोहल्ला के रूप में भी मनाता है।
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि होला-मोहल्ला सिख समुदाय का एक ऐतिहासिक पर्व है, जिसे गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1701 में शुरू किया था। यह पर्व वीरता,साहस और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।आनंदपुर साहिब (पंजाब) और नांदेड़ (महाराष्ट्र) में आयोजित इस उत्सव में निहंग सिख घुड़सवारी, तलवारबाजी और गतका का प्रदर्शन करते हैं, जिससे सिख सैन्य परंपरा जीवंत रहती है। होला-मोहल्ला की शुरुआत सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1701 ईस्वी में की थी। उन्होंने सिख समुदाय में सैन्य कौशल और वीरता को प्रोत्साहित करने के लिए इस पर्व की नींव रखी। ‘होला’ शब्द संस्कृत के ‘होलिका’ से लिया गया है, जबकि ‘मोहल्ला’ अरबी शब्द ‘महल्ला’ से, जिसका अर्थ है संगठित जुलूस या जुलूस का स्थान। गुरु जी ने आनंदपुर साहिब के निकट अगमपुर गांव में एक खुले मैदान में संगत को एकत्रित कर इस पर्व की शुरुआत की,जहां सिख योद्धाओं ने अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया। वर्तमान समय में, होला-मोहल्ला न केवल सिख समुदाय के लिए, बल्कि अन्य समुदायों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गया है।
परमिंदर सिंह बंटी ने कहा कि आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाला यह उत्सव छह दिनों तक चलता है,जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, कविताएं, कीर्तन और अन्य धार्मिक गतिविधियां आयोजित की जाते हैं।होला-मोहल्ला की हार्दिक बधाइयां शुभकामनाएं देने वालों में ज्ञानी जसपाल सिंह,चरनजीत सिंह,हरजीत सिंह,सुरेंद्र सिंह,सुरजीत सिंह,मलकीत सिंह,लखबीर सिंह जग्गी,गुरुदीप सिंह सरना,परमजीत सिंह,सरदार पतविंदर सिंह,कुलदीप सिंह बग्गा,परमिंदर सिंह बंटी,मनु चावला,बलजीत सिंह,लखविंदर सिंह,राजेंद्र सिंह ग्रोवर,गुरबख्श सिंह,जसवीर सिंह,हरजीत सिंह कथुरिया,त्रिलोचन सिंह बग्गा,मनजीत सिंह खालसा,सतेंद्र सिंह पूरी सभी ने एक दूसरों को गले मिलकर अबीर गुलाब लगाकर बधाइयां दी।