अमृतसर। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही तख्त श्री केसगढ़ साहिब, आनंदपुर साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह को भी हटाया गया है। आज शिरोमणि अकाली दल की कार्यकारिणी बैठक में यह फैसला लिया गया है। हालांकि, शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे को स्वीकारने की कोई खबर सामने नहीं आई है।
रघबीर सिंह हेडग्रंथी बने रहेंगे
ज्ञानी रघबीर सिंह श्री हरिमंदिर साहिब के हेडग्रंथी एवं ज्ञानी सुल्तान सिंह ग्रंथी श्री हरिमंदिर साहिब बने रहेंगे। एसजीपीसी कार्यकारिणी की आज आयोजित बैठक में दो दिसंबर को सिंह साहिबानों द्वारा किए गए फैसलों की गाज जत्थेदार रघबीर सिंह एवं ज्ञानी सुल्तान सिंह पर गिरी है। परिणामस्वरूप उन्हें पद से हटा दिया गया है।
कार्यकारिणी ने दोनों को जिम्मेदारी निभा पाने में असमर्थ करार दिया। गौरतलब है कि एक महीने में तीन जत्थेदारों की छुट्टी कर दी गई है। इससे पहले 10 फरवरी को एसजीपीसी कार्यकारिणी ने तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटा दिया था। ज्ञानी रघबीर सिंह की जगह प्रचारक कुलदीप सिंह गजगढ को अकालतख्त का कार्यकारी तथा श्री केसगढ साहिब का स्थायी जत्थेदार मनोनीत किया गया है। बाबा टेक सिंह को श्री दमदमा साहिब का कार्यकारी जत्थेदार मनोनीत किया गया है।
नहीं लूंगा वापस इस्तीफारू हरजिंदर सिंह धामी
बता दें कि बीते गुरुवार हरजिंदर सिंह धामी ने कहा था कि वह किसी भी हालत में अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। हालांकि, आज बैठक में ऐसी संभावनाएं थीं कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा। लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। गुरुवार को हरजिंदर सिंह धामी ने रघबीर सिंह के साथ मुलाकात भी की थी। इस बीच उन्होंने यह साफ कह दिया था कि उनका प्रधान पद से इस्तीफा वापस लेने का कोई फैसला नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि शिरोमणि अकाल दल की कार्यकारिणी पर यह निर्भर करता है कि उनके सदस्य क्या फैसला लेते हैं।