एजेंसी, लंदन। डोनाल्ड ट्रंप से भिड़ने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बड़ा बयान दिया है। जेलेंस्की ने कहा कि अगर बिना सुरक्षा गारंटी के युद्ध विराम किया गया तो यह रूस के हमलों को रोकने में काफी नहीं होगा। ट्रंप हर हाल में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम चाहते हैं। मगर जेलेंस्की की राय अलग है। युद्ध विराम से युद्ध खत्म होगा... इस विचार को जेलेंस्की ने खारिज कर दिया है।
अगर हमें मजबूर किया गया तो...
लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेलेंस्की ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि अगर यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी के बिना युद्ध विराम पर मजबूर किया गया तो यह सभी के लिए विफलता होगी। रूस इस समझौते को नहीं मानेगा। अगर रूस ने समझौता तोड़ा तो यूक्रेन जवाबी कार्रवाई करेगा।
युद्ध विराम से किसे फायदा होगा?
जेलेंस्की ने कहा कि कल्पना कीजिए कि एक सप्ताह बाद रूसी हम पर हमला करेंगे। हम उनकी तरफ गोली चलाएंगे। यह क्या होगा? यह पूरी तरह से समझ में आता है। इससे किसे लाभ होगा? रूसियों को, निश्चित रूप से हमें नहीं।
हम खनिज समझौते को तैयार
इस बीच जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अब अमेरिका के साथ खनिज समझौता करने को तैयार है। मगर यह सुरक्षा गारंटी का पहला कदम होगा। जेलेंस्की ने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट पर लिखा कि हम खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने पर राजी हैं। यह सुरक्षा गारंटी की ओर पहला कदम होगा। मगर यह पर्याप्त नहीं है। मुझे इससे कहीं अधिक की जरूरत है।
सुरक्षा की गारंटी के बिना खतरनाक होगा युद्ध विराम
जेलेंस्की ने आगे लिखा कि सुरक्षा गारंटी के बिना युद्ध विराम यूक्रेन के लिए खतरनाक साबित होगा। हम 3 साल से लड़ रहे हैं। यूक्रेनी लोगों को यह जानना जरूरी है कि अमेरिका हमारे साथ में है। बता दें कि दो दिन पहले व्हाइट हाउस स्थित ओवल ऑफिस में डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई थी। इसके बाद जेलेंस्की बिना खनिज समझौते के ही अमेरिका से लौट आए थे।