Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

एक साल बाद पीएम मोदी की तारीफः वरुण बोले- आतंकवाद के ख़िलाफ़ चट्टान बनकर खड़ा है भारत, पाकिस्तान अस्थिर और कट्टरता का प्रतीक

sv news

लखनऊ (राजेश सिंह)। बीजेपी के बागी तेवर वाले नेता और पूर्व सांसद वरुण गांधी एक साल बाद सोशल मीडिया पर लौटे तो सुर बदले हुए थे। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वरुण ने लिखा, इन चुनौतीपूर्ण क्षणों में देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह हमारी सेना के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहे। यह मात्र एक युद्ध नहीं, दो विचारधाराओं का टकराव है और पूरी दुनिया इसकी साक्षी है।

पोस्ट में वरुण गांधी ने भारत और पाकिस्तान की तुलना करते हुए लिखा-एक ओर भारत है, जो मानवता, शांति और लोकतंत्र का प्रहरी है; दूसरी ओर पाकिस्तान, जो कट्टरता, अस्थिरता और आतंक का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने कहा कि भारत जहां स्थिर और सशक्त नेतृत्व के साथ आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है, वहीं पाकिस्तान राजनीतिक रूप से अस्थिर है और आतंकी एजेंडों का मोहरा बना हुआ है।

पीएम की सराहना, बोले देश को सशक्त नेतृत्व पर गर्व

वरुण गांधी ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना करते हुए लिखा-‘हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के सशक्त नेतृत्व पर गर्व है, जिसने दृढ़ संकल्प के साथ दुनिया को दिखा दिया है कि मानवता और न्याय की रक्षा में भारत कभी पीछे नहीं हटेगा।’ उन्होंने पाकिस्तान की सेना पर हमला बोलते हुए कहा-‘हमारी सेना राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और सेवा-भाव से प्रेरित है, और उनकी सेना घृणा, भ्रम और छल से। उन्हें मासूम और निर्दाेष नागरिकों तक को मारने में भी कोई संकोच नहीं।’

वरुण गांधी ने आखिरी बार 28 मार्च 2024 को पीलीभीत की जनता के नाम एक पत्र पोस्ट किया था। इसके बाद से वे सोशल मीडिया पर पूरी तरह शांत थे। बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वरुण की जगह पीलीभीत से केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया था।

टिकट कटने के बाद उन्होंने मां मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र में प्रचार किया था, लेकिन वो सीट भी भाजपा हार गई थी। तब से वरुण गांधी नेपथ्य में चले गए थे। लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गांधी कई बार अपनी ही सरकार पर सवाल उठा चुके थे, खासकर युवाओं, रोजगार और किसानों के मुद्दों पर। ऐसे में अब पीएम मोदी की खुलकर तारीफ करने को सियासी रूप से वापसी का संकेत माना जा रहा है। वरुण गांधी की यह पोस्ट ऐसे वक्त में आई है जब देश की सीमाओं पर हालात तनावपूर्ण हैं और केंद्र सरकार की नीतियां वैश्विक मंचों पर चर्चा में हैं। वरुण की वापसी और बदले लहजे को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है। कयास लग रहे हैं कि क्या वरुण गांधी के सियासी कमबैक की शुरुआत है। भाजपा में फिर से अपनी कोई नई भूमिका तलाशेंगे। फिलहाल इन सवालों के जवाब वक्त देगा, लेकिन इतना तय है कि वरुण गांधी की एक पोस्ट से सूबे की राजनीति में हलचल जरूर मच गई है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad