सुबह से गहमागहमी, समर्थकों की भीड़, कड़े सुरक्षा इंतजाम, होगा जश्न
प्रयागराज (राजेश सिंह)। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव के वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह शुरू होगी। मतों की गिनती के मद़देनजर सुरक्षा के बेहद पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चूंकि पिछले मतगणना में हंगामा होता रहा है, ऐसे में इस बार इंतजाम हाईकोर्ट की निगरानी में हैं। हर पल की वीडियोग्राफी के साथ ही कमेटी निगरानी करेगी। सीसीटीवी में हर पल की रिकॉडिंग होगी। पुलिस और प्रशासन के अफसर मतगणना शुरू होने से लेकर अंतिम गणना तक मौजूद रहेंगे।
मतगणना स्थल के बाहर हंगामा, नारेबाजी, विवाद रोकने के लिए अगल से निगरारी और सुरक्षा इंतजाम हैं। मतगणना का कार्य शुक्रवार सुबह 10 बजे लाइब्रेरी हॉल में प्रारंभ होगा। सबसे पहले मतपत्रों की छंटनी की जाएगी। चुनाव समिति ने मतपत्रों की छंटनी के दौरान अध्यक्ष, महासचिव पद के प्रत्याशियों से लाइब्रेरी हॉल में उपस्थित रहने को कहा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की 28 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। 85 फ़ीसदी से ज्यादा वकील सदस्यों ने मतदान किया। बार चुनाव में इस बार कुल 85.83 फ़ीसदी मतदान हुआ है। चुनाव में कुल 9718 मतदाता थे, जिनमें 8337 मतदाताओं ने वोट डाले।
85 फ़ीसदी से ज्यादा पड़े हैं वोट
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की 28 सदस्यीय कार्यकारिणी के चुनाव में बुधवार को 85 फ़ीसदी से ज्यादा वकील सदस्यों ने शान्ति पूर्ण तरीके से मतदान किया। नवनिर्मित बहुमंजिला पार्किंग भवन के भूतल पर बनाए गए मतदान स्थल पर वोट देने के लिए सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक वकीलों की भारी भीड़ रही। मुख्य चुनाव अधिकारी आरके ओझा, चुनाव अधिकारी अनिल भूषण, वशिष्ठ तिवारी और महेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि बार चुनाव में इस बार कुल 85.83 फीसदी मतदान हुआ है। चुनाव में कुल 9718 मतदाता थे, जिनमें 8337 मतदाताओं ने वोट डाले।
मतदान सुबह साढ़े नौ बजे शुरू हो गया था जो शाम पांच बजे तक जारी रहा। मतदान के लिए कुल 18 बूथ बनाए गए थे। चुनाव समिति ने बताया कि वोट डालने के लिए प्रत्येक बूथ में डेढ़ दर्जन केबिन बनाए गए थे। पूरा चुनाव सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुआ। कहीं से कोई अप्रिय घटना या वारदात सामने नहीं आई। मतदान के बाद मतपेटियों को सीलबंद करके कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है। मुख्य चुनाव अधिकारी आरके ओझा ने बताया कि मतपत्रों की छंटाई का काम शुक्रवार से शुरू होगा। उसके बाद मतगणना प्रारंभ की जाएगी।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में पिछले वर्ष की तरह इस बार भी प्रत्याशियों की ओर से लगाए जाने वाले बड़े-बड़े पंडाल नदारद रहे। आमतौर पर चुनाव में प्रत्याशी बड़े-बड़े पंडाल लगाते हैं, जिनमें पूड़ी-सब्जी, मिठाई से लेकर नाश्ते और पानी-चाय आदि की व्यवस्था रहती है। ताकि वे समर्थकों और वोटरों की खातिरदारी व आराम करने और खाने-पीने का इंतजाम कर सकें। लेकिन गत वर्ष की तरह इस बार भी चुनाव समिति के कड़े रुख के कारण किसी भी प्रत्याशी ने सड़क पर पंडाल नहीं लगाया। हालांकि कुछ लोगों ने अपने स्तर से पूड़ी सब्जी, नाश्ता आदि के पैकेट की व्यवस्था कर समर्थकों और वोटरों के बीच वितरित किए।
उमस भरे मौसम को देखते हुए चुनाव समिति ने भूतल में बनाए गए मतदान स्थल पर पांच दर्जन बड़े पंखे लगवाए लेकिन वेंटिलेशन की व्यवस्था न होने के कारण हवा सिर्फ पंखे के सामने ही लग रही थी। इस कारण मतदान करने आए अधिवक्ता पसीने से तरबतर हो गए, लेकिन वोट डालने का उत्साह कम नहीं हुआ। उमस भरी गर्मी के बावजूद मतदान स्थल के पास जमा समर्थकों का उत्साह कम नहीं कर सकी।
समर्थकों ने अपने प्रत्याशी के साथ दिनभर जोश से प्रचार किया और मतदान करने आ रहे वकीलों से अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने की अपील की। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की 28 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिए आज मतदान हुआ। न्यू अधिवक्ता चौंबर्स बिल्डिंग के भूतल स्थित पार्किंग में मतदान सुबह 9रू30 बजे शुरू किया गया। यह पूरी प्रक्रिया ब्ब्ज्ट कैमरों की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराई गई।इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव सकुशल संपन्न, बार एसोसिएशन के चुनाव में कुल 8337 वोट पड़े, अध्यक्ष और महासचिव समेत 28 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिए हुआ चुनाव।
स्ट्रॉन्ग रूम से हुई निगरानी
मतदान प्रक्रिया के दौरान हाईकोर्ट की अदालतों में सुनवाई भी जारी है। इस स्थिति को देखते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी राधाकांत ओझा ने मुख्य न्यायाधीश से श्नो एडवर्स ऑर्डर का अनुरोध किया है, जिससे मतदान में व्यस्त अधिवक्ताओं को किसी केस में नुकसान न हो। मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा। इसके बाद मतपेटियों को स्ट्रॉन्ग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाएगा। गुरुवार को कोई प्रक्रिया नहीं होगी। शुक्रवार से मतगणना शुरू की जाएगी। शुरुआत में एकल पदों (अध्यक्ष, महासचिव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदि) की गिनती की जाएगी, इसके बाद गवर्निंग काउंसिल सदस्यों के लिए मतगणना होगी। इस चुनाव को लेकर अब वकीलों के अस्तित्व, उनके अधिकारों, और न्यायिक प्रक्रिया में उनकी हिस्सेदारी की पुनर्प्राप्ति जैसे गंभीर मुद्दे चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। यह चुनाव हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लिए सिर्फ नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि बार की गरिमा और प्रभाव की पुनर्स्थापना का चुनाव बन गया है।