प्रयागराज (राजेश सिंह)। एसआरएन अस्पताल परिसर में शनिवार को एक हृदय विदारक दृश्य सामने आया। सर्जिकल वार्ड के बाहर एक वृद्ध महिला की सड़ी-गली लाश पड़ी मिली, जिसे देखकर लोगों का दिल दहल गया। शव पर कीड़े रेंग रहे थे और शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि शनिवार शाम तीन बजे तक शव को हटाया नहीं गया था, जबकि वृद्धा का शव कई दिनों से ही वहां पड़ा था। अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों के मुताबिक, वृद्धा बीते तीन दिनों से वार्ड के बाहर शेड के नीचे जमीन पर पड़ी थी। वह बेहद कमजोर थी और चलने-फिरने में भी असमर्थ थी। आसपास से गुजरने वालों से वह मदद की आस लगाई बैठी रही, मगर किसी ने पानी तक नहीं दिया। अंत में उसकी बेबस सांसें थम गईं, तब भी कोई नहीं आया। उधर, कई दिनों से जमीन पर लावारिश पड़ी वृद्धा के मृत शरीर पर मक्खियां भनभनाने लगीं और कीड़े चलने लगे।
वहीं शनिवार को तेज दुर्गंध आने पर लोगों ने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन को दी। इसके बाद शाम करीब साढ़े तीन के करीब अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और वृद्धा के शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। हालांकि अभी तक मृतका की पहचान नहीं हो सकी है। अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. अमित सिंह ने बताया कि शनिवार शाम को उन्हें सर्जिकल वार्ड के बाहर एक वृद्ध महिला के मृत पाए जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद तुरंत शव को वहां से उठवाकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया।
हैरान करने वाली बात यह है कि इतने बड़े अस्पताल परिसर में न तो सुरक्षाकर्मियों ने ध्यान दिया और न ही स्वास्थ्य कर्मचारियों ने समय से लाश को हटाने की जहमत उठाई। यह घटना न केवल प्रशासनिक संवेदनहीनता को उजागर करती है, बल्कि समाज की उस बेदर्द तस्वीर को भी सामने लाती है, जहां एक वृद्धा अस्पताल के दरवाजे पर दम तोड़ देती है और कोई उसकी सुध तक नहीं लेता।