घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। गुस्साए ग्रामीणों और पीड़ित परिवार ने शव को सड़क पर रखकर हाईवे पर चक्का जाम कर दिया, जिससे प्रयागराज-मिर्जापुर मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोषी वाहन चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें बिना जानकारी दिए ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिससे नाराजगी और बढ़ गई। मौके पर एसीपी मेजा एसपी उपाध्याय व थाना प्रभारी मांडा शैलेन्द्र सिंह और पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को समझाकर शांत कराया और निषाद परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।