प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगा और यमुना नदी के बाढ़ के चलते मुसीबतों से घिरे लोगों की चौखट तक अस्पताल पहुंच रहे हैं। दवाइयों के अलावा जांच मशीनों के साथ लैब टेक्नीशियन को भेजा जा रहा है, ताकि लोगों को अपना घर छोड़ कर कहीं जाना न पड़े। ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन और शुगर की जांच कर रैपिड मोड में रिपोर्ट मौके पर दी जा रही है। दवाइयां देकर कहा जा रहा है कि जब तक बाढ़ का प्रभाव है, पानी को उबाल कर ही खानपान में इस्तेमाल करें।
प्रयागराज शहर में अशोक नगर नेवादा से लेकर राजापुर, बेली, रसूलाबाद, तेलियरगंज और सलोरी बघाड़ा तक लाखों लोगों के घर के बाहर बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। हजारों घरों में पानी घुस गया है, इनमें ढेरों परिवार ऊपरी तल पर या छतों पर गुजर बसर कर रहे हैं। ऐसे में बीमारियां घेर रही हैं तो कहीं जा नहीं पा रहे हैं।
नेवादा कछार में घर की छत पर फंसे ई-रिक्शा चालक रोहित साहू के परिवार में तीन सदस्य बीमार हैं। इनके घर शुक्रवार को सुबह दो डाक्टर पहुंचे, दवाइयां दीं और रक्त की जांच की। राजापुर के मऊ सरैया में कान्ती देवी के घर डाक्टरों की टीम पहुंची। क्लोरीन की गोलियां दीं और कहा गया कि पानी को उबाल कर छानने के बाद ही पिएं। क्लोरीन की गोलियां डालने और इसकी मात्रा के बारे में जानकारी दी गई।
बाढ़ के चलते घर में फंसे लोगों के पास दवाइयां ही नहीं बल्कि सब्जियां भी पहुंचाई जा रही हैं। गनेश कुमार के घर प्राथमिक स्वास्थ्य के एक चिकित्सक सब्जी का थैला लेकर पहुंचे। कहा कि अस्पताल की जरूरत पड़े तो सिंचाई विभाग के द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम में फोन कर मदद मांगें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी हैं। डाक्टरों की टीम विभिन्न क्षेत्रों में लगाई गई है। सभी बाढ़ प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जा रहा है।