प्रयागराज (राजेश सिंह)। नगर निगम प्रयागराज की सदन बैठक गुरुवार को दोपहर 1 बजे नगर निगम मुख्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने की। इसमें पार्षदों और अधिकारियों की उपस्थिति में शहर से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और निर्णय लिए गए।
बैठक में सबसे पहले गंगाप्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा शहर में सीवर क्षतिग्रस्त होने और नालों में कनेक्टिविटी की समस्याओं पर चर्चा की गई। कई पार्षदों ने अपने क्षेत्रों की समस्याएं भी सदन के सामने रखीं। शहर में जलभराव की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रस्ताव रखा गया कि जलकल, जल निगम और गंगाप्रदूषण नियंत्रण इकाई जैसे विभागों के साथ-साथ नगर निगम के इंजीनियरिंग विभाग को भी निर्माण कार्यों में शामिल किया जाए ताकि सही लेवलिंग और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित हो सके। साथ ही यह भी तय किया गया कि भुगतान से पहले कार्य की गुणवत्ता की जांच जरूरी होगी। पूर्व पार्षद उमेश मिश्रा के निधन के बाद उनके परिवार को तेरहवीं संस्कार की पूर्ण छतिपूर्ति के रूप में 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्णय भी सदन ने पारित किया।
हेरिटेज मोहल्लों के रूप में लोकनाथ, दारागंज और मालवीय नगर को चिह्नित किया गया है। इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों द्वारा सर्वे कर सुझाव लिए जाएंगे। प्रयागराज को आईटी सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में शहर के बाहर काम कर रहे आईटी पेशेवरों और तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों से सुझाव लेकर एक प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
त्योहारों को ध्यान में रखते हुए काम पर जोर
त्योहारों को ध्यान में रखते हुए शहर भर के सीवर चौंबरों की मरम्मत, नालों की सफाई और पिटमैन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। नैनी और अरैल क्षेत्रों में विद्युत शवदाह गृह का निर्माण शीघ्र पूरा कराने पर सहमति बनी। पत्थर गिरजाघर से हनुमान मंदिर तक रामदल निकलने को देखते हुए खाली पोलों पर स्ट्रीट लाइट लगाने का फैसला लिया गया।
ठेकेदारों को लेकर लंबी शिकायत रही
सड़क निर्माण कार्यों के दौरान कई बार ठेकेदारों द्वारा चेंबर रेजिंग न करने की शिकायतों को देखते हुए तय किया गया कि ऐसे मामलों में भुगतान से कटौती की जाएगी। दशहरा, दुर्गापूजा, दीपावली और विसर्जन से पहले सभी प्रमुख मार्गों की पैचवर्क, स्ट्रीट लाइटिंग, सफाई और पेड़ों की छंटाई जैसे कार्य युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए गए।
शहर में लगी लाइटों को लेकर चली रही गंभीर चर्चा
स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लाइट खराब होने की लगातार मिल रही शिकायतों पर लाइटों की गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए गए हैं। दशहरे से पहले सभी वेच वायर पॉइंट्स पर लाइट कनेक्शन सुनिश्चित करने की बात कही गई है। विद्युत विभाग के अनुसार 84 हजार से अधिक प्वाइंट्स पर कनेक्शन किया जाना है। रामलीला मार्ग से जुड़े इलाकों की स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत और सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया। दशास्वमेध घाट पर रोज आरती की अनुमति नहीं देने का प्रस्ताव पारित किया गया, जबकि अन्य घाटों पर आरती व्यवस्था पर विचार करने को कहा गया।
बीच-बीच में बैठक में माहौल होता रहा गरम
सदन की बैठक के दौरान कई बार पार्षदों में आपसी माहौल गरम होता रहा पार्षद अपनी बातों को सदन में उठाने को लेकर एक दुसरे पर ताना मारते रहे बीच बीच में माहौल एकदम गरम भी हो जाता था आपस में तू-तू मैं-मैं पर बात अ जाती थी। जितनी आपत्तियां विपक्ष ने नहीं जताई उससे अधिक पक्ष ही खिलाफ खड़ा रहा अपनी बातें लिए।
अफसरों की मनमानी का लगता रहा आरोप
भरी सदन में खड़े होकर सभी पार्षदों ने कई सवाल ऐसे किये जिसमें अफसर जवाब नही दे सकें तो कई ऐसे पार्षद ने खुले आम अफसरों का नाम लेकर मनमानी और फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया और भरी सदन में सदस्य के सामने जांच की मांग की। बैठक के अंत में जीएसटी सुधारों से आमजन को राहत मिलने पर प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री का धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। गृहकर मामले में 28 हजार भवन स्वामियों को राहत देते हुए कर को वित्तीय वर्ष 2023 से प्रभावी करने का निर्णय लिया गया। जिन्होंने 2023-24 में कर जमा कर दिया है, उन्हें बकाया अंतर राशि पर ब्याज से छूट दी जाएगी।