जांच का हवाला देकर अब तक दर्ज नहीं हुई रिपोर्ट
प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनानगर औद्योगिक क्षेत्र के डेज मेडिकल तिराहे के समीप एनआईसी, विद्युत भंडार केंद्र का ताला तोड़कर चोरों ने लाखों रुपए के उपकरण पर हाथ साफ किया और फरार हो गए। जिससे विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं तहरीर देने के बावजूद पुलिस जांच का हवाला देकर अब तक चोरी की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर पाई है। जानकारी के मुताबिक नैनी विद्युत भंडार केंद्र से जुड़े औद्योगिक क्षेत्र थाना अंतर्गत डेज मेडिकल तिराहे के समीप स्थित एनआईसी विद्युत उपकेंद्र में विद्युत भंडार केंद्र (स्टोर) स्थापित किया गया है। जिसमें कुंभ, महाकुंभ और माघ मेले से जुड़े लाखों और करोड़ों रुपए के विद्युत उपकरणों को रखा गया है। 24 अक्टूबर को उक्त स्टोर से जुड़े सहायक भंडारी संजय वर्मा अन्य कर्मचारियों के साथ लगभग 11रू30 बजे जब वहां पर पहुंचे तो स्टोर का ताला टूटा देख दंग रह गए। बताते हैं कि बीते 23 अक्टूबर की रात चोरों ने मौका पाते ही स्टोर रूम का ताला तोड़कर अंदर दाखिल हो गए। इतना ही नहीं वहां पर मौजूद बक्से का भी ताला तोड़ दिया गया। स्टोर रूम में रखें लगभग 90 पीस कॉपर की पट्टी और 15 हाइब्रेड सोलर लाइट सहित अन्य उपकरण चोर चोरी कर फरार हो गए। जिसकी कीमत लगभग पांच से छह लाख रुपए बताई जा रही है। चोरी की घटित वारदात से कर्मचारियों और अधिकारियों में भारी हड़कंप मचा हुआ है। वहीं सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल करते हुए बैरंग वापस लौट आई। सहायक भंडारी ने चोरी की घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दिए। वहीं स्टोर कीपर संजय वर्मा ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने जांच पड़ताल का हवाला देते हुए अब तक चोरी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
चालक और संविदा कर्मी पर शक!
एनआईसी, विद्युत भंडार केंद्र (स्टोर) में घटित वारदात से जहां अधिकारी और कर्मचारियों में भारी हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों और चर्चाओं पर यदि हम यकीन करें तो लाखों रुपए के उपकरण चोरी होने का शक एक संविदा कर्मी और एक चालक पर जताया जा रहा है। जबकि अब तक पुलिस किसी भी ठोस नतीजे पर भी नहीं पहुंच पाई है और चोरों का सुराग तो छोड़िए चोरी की रिपोर्ट तक औद्योगिक क्षेत्र पुलिस दर्ज नहीं कर पाई है। बता दें कि जिस चालक के ऊपर शक जाहिर किया जा रहा है। वह बीते कुछ वर्ष पूर्व चोरी के आरोप में सलाखों के पीछे भी जा चुका है। वहीं बीते कई वर्षों से संविदा के पद पर कार्यरत एक कर्मचारी पर भी शक जताया जा रहा है।
