प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र में में जमीन विवाद को लेकर एक अधिवक्ता के घर पर लगभग 50 लोगों ने धावा बोल दिया। आरोपियों ने घर में तोड़फोड़ की, सीसीटीवी कैमरे तोड़े, एक मजदूर को बंधक बनाकर पीटा और उससे नकदी व मोबाइल लूट लिया। इसके साथ ही घर का सामान भी लूट लिया गया। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। नैनी क्षेत्र के माधोपुर निवासी अधिवक्ता अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि उनकी भाभी गीता देवी ने 29 अक्टूबर 2020 को माधोपुर उपरहार में आराजी संख्या 111 और 122 की जमीन का बैनामा कराया था। नामांतरण के बाद उन्होंने अपनी जमीन पर घर और बाउंड्री बनवाकर निवास करना शुरू कर दिया था। उन्होंने चार गायें भी पाली थीं।
संपत्ति नगर निगम में भी दर्ज है, जिसके हाउस टैक्स, जलकर और विद्युत बिल का भुगतान नियमित रूप से किया जाता रहा है। सुरक्षा के लिए घर के दोनों गेट पर छह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे।बीते दिनों सुबह करीब 9 बजे चंद्रशेखर, जीत लाल, चंद्रकांत, मीतलाल (पुत्रगण पुचुन्नी लाल, निवासी माधोपुर खरकोनी) और प्रिया प्रजापति (पुत्र स्व. भोला प्रजापति, निवासी क्यूजी कॉलोनी, नैनी) ने लगभग 50 महिला-पुरुष अधिवक्ताओं और मजदूरों के साथ मिलकर अधिवक्ता के घर पर हमला कर दिया। हमलावरों ने पहुंचते ही गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे और घर के अंदर की टीवी तोड़ दी। उस समय अधिवक्ता गांव में थे। हमलावरों ने घर पर मौजूद मजदूर राजवेंद्र हरिजन (पुत्र सोनेलाल, निवासी सरसौल, कानपुर नगर) को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा और उसका मोबाइल फोन व पांच हजार रुपये नकद लूट लिए। उन्होंने बाउंड्री और दोनों गेट भी तोड़ दिए, जिस पर अधिवक्ता की भाभी के नाम का बोर्ड लगा था। हमलावरों ने घर में पाली गई चार गायों को खदेड़ दिया और घर में रखे घरेलू सामान जैसे टीवी, कुर्सी आदि भी लूट लिए। पड़ोसियों से जानकारी मिलने पर अधिवक्ता ने डायल 112 पर सूचना दी, लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई। अधिवक्ता की जमीन से संबंधित एक मुकदमा सिविल जज के यहां और दूसरा उपजिलाधिकारी करछना के यहां विचाराधीन है, जिसमें चंद्रशेखर आदि भी उपस्थित हैं। इसके बावजूद आरोपियों ने गुंडागर्दी के बल पर बने घर को काफी नुकसान पहुंचाया। अधिवक्ता ने एक माह पूर्व डीआईजी को भी इसकी सूचना दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। अब पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।