नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के विश्व चौंपियन बनने के बाद से ही देश जश्न में डूबा है। वहीं पिछले डेढ़ महीने तक अपनी अथक मेहनत के बाद भारत की शेरनियों के चेहरे की खुशी देखने लायक है। भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और जेमिमा रॉड्रिक्स ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो साझा किया है, जिसमें वे विश्व कप की ट्रॉफी के साथ नजर आ रही हैं।
भारत की बेटियों ने पहला महिला विश्व कप जीत कर देशवासियों को गौरवान्वित किया है। इसके बाद से ही देशभर में जश्न का सिलसिला जारी है, खिताबी मुकाबले के बाद से बधाईंयों का तांता लगा हुआ है। लेकिन विश्व कप में भारत की शेरनियों के जीत का सफर आसान नहीं रहा, लीग मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के सामने हार का स्वाद चखने और ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भारत ने वापसी करते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत हासिल की और सेमीफाइनल में जगह बनाई, हालांकि इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ भारत का मैच बारिश के कारण धुल गया। लेकिन इसका असर भारतीय टीम के प्रदर्शन पर बिल्कुल भी नहीं दिखा। इसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल का भारत को जो प्रदर्शन रहा, वो सभी को दशकों तक याद रहेगा।
विश्व चौंपियन- ये ऐसा शब्द जो हर किसी के नाम के साथ बड़ी आसानी से नहीं जुड़ता है। सांसें रोक देने वाले खिताबी मुकाबले में जैसा प्रदर्शन भारत की बेटियों ने दिखाया, उसके वे हर तरह से इसके हकदार हैं। देर रात महिला विश्व कप का खिताब जीतने के बाद भारत की शेरनियों की आज सुबह विश्व कप की ट्रॉफी के साथ हुईं है। सेमीफाइनल में भारत को जीत दिलाने वाली जेमिमा रॉड्रिक्स और फाइनल मैच में भारत को शानदार शुरुआत दिलाने वाली स्मृति मंधाना ने एक ऐसी ही तस्वीर साझा की है, जिसमें उन्होंने विश्व कप की ट्रॉफी के साथ तस्वीर खिंचाई है।
खिताबी जीत के बाद भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने कहा- मुझे समझ नहीं आ रहा कि कैसे रिएक्ट करूं। सब कुछ अभी भी समझ में नहीं आ रहा। जैसा आपने कहा, मैं मैदान पर ज्यादा इमोशनल नहीं होती, लेकिन हां, ये पल बहुत अविश्वसनीय है। अपने देश में वर्ल्ड कप जीतना, ये सपना जैसा है। मैं अब तक इसे समझ नहीं पा रही हूं। वहीं जब उनसे पूछा गया कि इस जीत का बड़ा मतलब क्या है? तो स्मृति ने कहा- हर वर्ल्ड कप में हम कोशिश करते हैं, लेकिन कई बार दिल टूटा है। फिर भी हम हमेशा मानते हैं कि हमारे ऊपर महिलाओं के क्रिकेट की जिम्मेदारी है। पिछले डेढ़ महीने में लोगों ने जो प्यार और सपोर्ट दिखाया है, वो बताने लायक नहीं है। पिछले 40 दिन बहुत मुश्किल थे, नींद नहीं आती थी, लेकिन आज वर्ल्ड कप जीतने के बाद वो सब थकान, वो सारी मेहनत वसूल लग रही है। पिछला टी20 वर्ल्ड कप हम सबके लिए बहुत कठिन था। लेकिन इस बार हमने अपनी फिटनेस और हर पहलू में सुधार पर ध्यान दिया। असली ताकत इस टीम की यही है कि कोई अपने लिए नहीं, सब एक-दूसरे के लिए खेलते हैं। सबने एक-दूसरे का साथ दिया, अच्छे और बुरे दिनों में भी। हमने एक-दूसरे की कामयाबी का सच्चे दिल से जश्न मनाया। यही हमारी टीम की जादू है।
विश्व चौंपियन कहलाने के लिए दशकों का इंतजार खत्म
भारतीय महिला क्रिकेट टीम कई बार इस खिताब के करीब पहुंची लेकिन खिताब उनसे हर बार छिटकता रहा। आंकड़ों में बात करें तो वनडे विश्व कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को तीन बार तो फाइनल मुकाबले में हारी, तो दो बार सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। वहीं टी-20 विश्व कप में भी कुछ ऐसा ही हाल रहा, जिसमें महिलाएं चार बार सेमीफाइनल में पहुंची तो एक बार खिताबी मुकाबले में हार गईं। अब साल 2025 में ये सपना पूरा हुआ है।
आईसीसी प्रतियोगिताओं में भारतीय महिला टीम (टी20 अंतरराष्ट्रीय और वनडे)
2000 - सेमीफाइनल (वनडे विश्व कप)
2005 - उपविजेता
2009 - सेमीफाइनल (टी20 विश्व कप)
2010 - सेमीफाइनल (टी20)
2017 - उपविजेता (वनडे विश्व कप)
2018 - सेमीफाइनल (टी20)
2020 - उपविजेता (टी20)
2023 - सेमीफाइनल (टी20)
2025 - चौंपियन
