संगठन की समीक्षा के दौरान कहा दिल्ली भी अपने अच्छे दिनों से बहुत दूर
प्रयागराज (राजेश सिंह)। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को दिल्ली में दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात की राज्यवार समीक्षा बैठक ली। मायावती ने भाजपा शासित पांचों राज्यों की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वहां संविधान के अनुरूप काम नहीं हो रहे हैं। दिल्ली में प्रवासी मजदूरों की हालत खराब है।
राजस्थान में जातिवाद, भ्रष्टाचार और गरीबों की उपेक्षा हो रही है। एमपीदृछग की सरकारें अपने संवैधानिक दायित्वों से भटक चुकी हैं। जबकि गुजरात में दलितदृआदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं। मायावती पांचों राज्यों में संगठन की जमीनी तैयारी, बूथ स्तर तक मजबूती और सर्वसमाज में पार्टी का जनाधार बढ़ाने की दिशा में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा कर रही थीं।
दिल्ली की समीक्षा में प्रवासी मजदूरों की हालत पर चिंता
दिल्ली प्रदेश संगठन की समीक्षा के दौरान मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे गरीब राज्यों से रोजी-रोटी की तलाश में दिल्ली आने वाले लाखों मेहनतकश परिवारों की स्थिति बेहद चिंताजनक है।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते दिल्ली को देश के लिए एक मिसाल होना चाहिए, लेकिन सच्चाई यह है कि दिल्ली भी अपने ‘अच्छे दिनों’ से काफी दूर है। उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं की कमी और बढ़ते प्रदूषण ने लोगों का जीवन कठिन बना दिया है।
राजस्थान में जातिवाद, भ्रष्टाचार और गरीबों की उपेक्षा
राजस्थान की स्थिति पर मायावती ने कहा कि जनहित के मुद्दों पर सरकार का रवैया ढुलमुल है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और भाजपा दोनों सरकारों के दौरान राज्य में जातिवाद, साम्प्रदायिकता और भ्रष्टाचार चरम पर रहे हैं।
सबसे ज्यादा नुकसान गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज को हुआ है। मायावती ने कहा कि राजनीतिक सत्ता की चाबी बहुजन समाज को खुद अपने हाथों में लेनी होगी, तभी असली सामाजिक और आर्थिक बदलाव संभव है।
एमपी-छग की सरकारें संवैधानिक सिद्धांतों से भटक गईं
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की समीक्षा में मायावती ने कहा कि वहां व्यापक गरीबी, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था की बदहाली आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारें ष्सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखायष् के सिद्धांत से दूर केवल कुछ स्वार्थी वर्गों के तुष्टीकरण में लगी हैं। उन्होंने कहा, “साम्प्रदायिक और जातीय हिंसा की घटनाओं पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कानून के राज पर लोगों का विश्वास कायम रह सके।”
गुजरात में हो रहा दलितों-आदिवासियों पर अत्याचार
गुजरात की स्थिति पर मायावती ने कहा कि दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और अन्याय की खबरें लगातार सामने आती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को संविधान की भावना के अनुरूप सर्वसमाज के कल्याण के लिए काम करना चाहिए। यही देश की सच्ची अपेक्षा है।
‘शोषित से शासक’ बनने का आह्वान
बैठक के अंत में मायावती ने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि बीएसपी केवल एक राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि ‘शोषित से शासक वर्ग’ बनाने का आंदोलन है। उन्होंने कहा कि यूपी के कार्यकर्ताओं की तरह हर राज्य के लोग भी वही जोश और जज्बा अपने अंदर पैदा करें।
मायावती ने कहा 6 दिसंबर 2025 को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मायावती ने कहा कि ये आयोजन दिखावटी नहीं, बल्कि मिशनरी भावना से किए जाएं। यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
