मिर्जापुर में धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया, मना करने पर घर में घुसकर हमला
मिर्जापुर (राजेश सिंह)। मिर्जापुर में लड़की को ब्लेड मारने वाले अब्दुल का शव गंगा नदी में उतराता मिला। उसने लड़की पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया था। मना करने पर लड़की के गले-हाथ पर ब्लेड से वार किया और फरार हो गया। पुलिस 4 दिन से उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच मंगलवार शाम 4 बजे गंगा नदी में उसका शव मछुआरों ने देखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी की शिनाख्त की। घटना 5 दिसंबर की कटरा कोतवाली क्षेत्र के गणेशगंज बाजार की है।
वारदात के बाद परिजन और क्षेत्र के लोग काफी नाराज थे। सोमवार शाम को हिंदू संगठनों ने आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर मशाल जुलूस निकालकर हंगामा किया था। इसके बाद लेखपाल-कानूनगो ने आरोपी के घर की नापजोख भी की थी। चर्चा थी कि गिरफ्तारी न होने पर उसका घर गिराया जा सकता है। मामले में पुलिस अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिसमें अब्दुल के कई रिश्तेदार भी शामिल हैं।
5 दिसंबर की रात गणेशगंज मोहल्ले में रहने वाली एक लड़की पर घर में घुसकर ब्लेड से हमला किया गया था। युवती का कहना था कि रामबाग कुरैश नगर के रहने वाले अब्दुल उर्फ सैफ पुत्र स्व. कमरुद्दीन ने पहले उससे दोस्ती की।
इसके बाद उसपर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। मना करने पर उसने धमकी दी और शुक्रवार को घर में अकेला पाकर घुस आया। आते ही ब्लेड से ताबड़तोड़ कई वार किए। ब्लेड से युवती का गले और हाथ पर गंभीर घाव हो गए। शोर मचाने पर वो फरार हो गया। उसका अभी वाराणसी के बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है।
वारदात के बाद पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। 6 दिसंबर को नगर से भाजपा विधायक पं रत्नाकर मिश्र पीड़िता के घर पहुंचे थे और परिवार के लोगों से बातचीत कर न्याय का भरोसा दिलाया था। 7 दिसंबर को एसपी सोमेन वर्मा ने आरोपी अब्दुल पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। इसी दिन ईलू उर्फ इरशाद (पुत्र इसरार कंतित) और मो. राजू (पुत्र मो. बशीर, कचहरी वाराणसी) को गिरफ्तार किया गया था।
सोमवार 8 दिसंबर को पुलिस ने 7 और लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें रुस्तम खां (मुख्य आरोपी का जीजा), गुलाम साबिर उर्फ कल्लू, शमायरा उर्फ धन्नो (मुख्य आरोपी की बहन), शायरा, कल्लू उर्फ निजामुद्दीन (चाचा), मुन्ना उर्फ बदरुद्दीन, वारिस उर्फ गोलू (दोस्त) शामिल थे। सभी 9 आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
सोमवार को विरोध में मशाल जुलूस निकाला गया। इसके बाद संकटमोचन मंदिर पर धरना प्रदर्शन किया गया। जूना अखाड़ा के महंत डॉ. योगानंद गिरी और परिजनों ने अब्दुल के खिलाफ ऑपरेशन लंगड़ा और बुलडोजर एक्शन की मांग की। मौके पर पहुंचे एसपी सोमेन वर्मा ने मामले की जांच के लिए 72 घंटे का समय मांगा था। जिस पर लोगों ने पुलिस को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया। अब्दुल उर्फ सैफ को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने 4 टीमें बनाईं। उसके संभावित ठिकानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया और लोगों से तस्वीरें दिखाकर जानकारी जुटाई गई।
आरोपी की लाश उसके घर से 500 मीटर दूर मिली
इधर, तलाशी के दौरान ही मंगलवार शाम 4 बजे नगर के बरिया घाट के पास मछुआरों ने एक युवक की लाश उतराती देखी। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि वो लाश अब्दुल की है। उसने पैंट और फुल स्वेटर पहन रखा था।
जहां लाश मिली वहां से उसका घर करीब आधा किलोमीटर दूर है। लाश मिलने की सूचना पर लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस के मुताबिक, बॉडी पूरी तरह फूल चुकी है। आशंका है कि शव 24 घंटे से ज्यादा समय से पानी में रहा होगा।
पुलिस इन एंगल पर कर रही जांच
गिरफ्तारी के डर से उसने गंगा में छलांग लगा दी। घर पर बुलडोजर एक्शन का डर उसे सता रहा था। ऑपरेशन लंगड़ा यानी एनकाउंटर के डर से उसने सुसाइड कर लिया।

