प्रयागराज (राजेश शुक्ला)। विधानसभा चुनाव को लेकर प्रयागराज की 12 विधानसभाओं के लिए मतदान का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आता जा रहा है त्यों-त्यों कयासों का बाजार गर्म होता दिख रहा है तो वहीं दूसरी ओर प्रत्याशियों को लेकर एक बार फिर आनलाइन सटोरियों का खेल परवान चढ़ता जा रहा है। मतदान के पूर्व ही सट्टा बाजार में सरकार के साथ ही प्रत्याशियों की जीत-हार पर दांव लगाया जा रहा है। शहर के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में आनलाइन सट्टा खेला जा रहा है।
सट्टेबाजों की जमात को इस बार भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर होते दिखाई दे रही है। वहीं बसपा, कांग्रेस के साथ ही एआइएमआइएम को लेकर सट्टेबाजों में कोई रुझान नहीं दिखाया है। प्रयागराज की शहर दक्षिणी, शहर उत्तरी, शहर पश्चिमी, करछना, मेजा, कोरांव, बारा, फाफामउ, सोरांव, फूलपुर, प्रतापपुर, हंडिया सहित कुल 12 सीटों में केवल भाजपा और सपा प्रत्याशियों की हार-जीत पर सट्टा लगाया गया है। आनलाइन ट्रेडिंग में भाजपा की सरकार सबसे ज्यादा दांव लगाया गया है। सट्टेबाजों के रुझान को देखते हुए सूबे में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
लेकिन, जिस तरह से सपा और भाजपा के प्रत्याशियों पर ही केवल दांव लगाया जा रहा है, इससे यह भी पता चलता है कि बाजार में दोनों के बीच कड़ी टक्कर भी हो रही है। सट्टेबाजों का दांव कितना सफल होगा यह आगामी दस मार्च को परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।
भाजपा पर सबसे ज्यादा लगाया सट्टेबाजों ने दांवः सूबे में सरकार बनने को लेकर सट्टेबाजों ने सबसे ज्यादा भाजपा पर दांव लगाया है। प्रयागराज जनपद के साथ ही दूसरे राज्यों में बैठे सट्टेबाजों को यूपी में भाजपा सरकार बनने के आसार दिखाई दे रहे हैं। दो चरणों के चुनाव संपन्न होने के बाद यह असर दिखाई दे रहा है। हालांकि, अभी पांच चरण बाकी है, लेकिन उससे पहले ही सट्टेबाजों की मंडली में भाजपा की सरकार बनने का सपना देख लिया है। प्रयागराज के 12 सीटों में तीन सीटों पर समाजवादी पार्टी के साथ ही हड़िया और मेजा में बसपा प्रत्याशियों पर भी सट्टा लगाया गया है।
वहीं इन सीटों में दूसरे नंबर पर भाजपा के प्रत्याशियों पर सट्टा लगाया जा रहा है। बाजार में सट्टे भाव रोज बढ़ और घट रहा है। देहात सीट पर सपा प्रत्याशी पर ज्यादा दांव लगाया जा रहा है, जबकि शहर पर भाजपा प्रत्याशी पर सट्टेबाज विश्वास जता रहे हैं। इसके साथ ही शहर दक्षिणी और मेजा में भाजपा, सपा और बसपा के प्रत्याशी पर भी दांव लगाया गया है। करछना, कोरांव और बारा में किसी भी प्रत्याशी को लेकर सट्टेबाज आश्वस्त नहीं है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार को लेकर सट्टा बाजार में आनलाइन दांव लगा रहे हैं। सट्टेबाज सीट के आधार पर दांव खेल रहे हैं। प्रयागराज में सट्टा बाजार से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि मौजूदा समय में भाजपा को 275 से 300 सीट मिलने पर सट्टा सबसे ज्यादा लगाया गया है। वहीं, समाजवादी पार्टी को 80 से 100 सीट मिलने का दांव पर सट्टेबाजों ने सबसे ज्यादा पैसा लगाया है। दो चरण के चुनाव के बाद अभी सट्टेबाजों का यही आंकलन है। हालांकि यह आंकलन चरणों के साथ ही बदलता हुआ भी नजर आएगा।
मतदान के बाद प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर सट्टेबाज दांव लगाते हैं। जिस प्रत्याशी की जीत की ज्यादा संभावना होती है, उसका रेट बढ़ा होने के साथ ही दाव भी सबसे ज्यादा लोग लगाते हैं। फिलहाल सपा के उज्ज्वल रमण सिंह, भाजपा के नंद गोपाल गुप्ता, हर्षवर्धन वाजपेयी, सिद्धार्थ सिंह, नीलम करवरिया, बसपा मुन्ना त्रिपाठी, बाबा तिवारी सट्टा के मुख्य केंद्र में हैं। हालांकि, संभावित जीत के प्रत्याशी से दांव का जो लाभ मिलता है, वह केवल दो गुना होता है। आमतौर पर सौ रुपये पर दो सौ रुपये वापस मिलेंगे। वहीं, अनिश्चितता वाले प्रत्याशी पर वापस मिलने वाली रकम सबसे ज्यादा होती है। वहां तीन से चार गुना वापसी मिलती है। मौजूदा समय में भाजपा में सौ रुपये पर दो सौ रुपये का दांव चल रहा है। जबकि, सपा पर अलग-अलग सीट पर सौ पर तीन सौ से लेकर पांच सौ रुपये का दांव लगाया जा रहा है।