प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को प्रयागराज में अचानक दौरा किया। वह लखनऊ से चित्रकूट जा रहे थे। रास्ते में प्रयागराज में कौड़िहार ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पहुंचे सीएमओ को अपर मुख्य सचिव ने मरीजों के हित के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव को जब सीएचसी कौडि़हार में मौजूद लोगों से पता चला कि इस अस्पताल में मरीज कम आते हैं क्योंकि उन्हें समय पर चिकित्सा और उचित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। इस पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को स्पष्ट शब्दों में संदेश दिया कि अस्पतालों पर मरीजों का भरोसा बढ़ाने को प्रयास करें। ऐसी व्यवस्था की जाए कि लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचें, जब यहां के डाक्टरों से बीमारी पर नियंत्रण न हो तो ही शहर के बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाए। चित्रकूट जाते समय रास्ते में अमित मोहन प्रसाद की गाड़ी की दिशा अचानक बदली और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कौड़िहार में प्रवेश कर गई। उस समय वहां कोरोना टीकाकरण चल रहा था। टीकाकरण स्टाफ बैठा था, कुछ लोग टीके लगवाने आए थे। उसी बीच मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नानक सरन भी पहुंच गए। अस्पताल पहुंचते ही अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने खामियां तलाशना शुरू किया। उन्हें पता चला कि अस्पताल में डाक्टरों की संख्या कम है, समय पर उपचार नहीं मिल पाता, दवाएं भी कम उपलब्ध रहती हैं जबकि पैथालाजी में जांच, एक्सरे आदि की व्यवस्था कमजोर है। इसे उन्होंने संज्ञान में लिया। कौडि़हार सीएचसी के अधीक्षक और सीएमओ से अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि अस्पतालों में मरीज कैसे बढ़ें, यह प्रयास उन्हें ही करना है। डाक्टरों की ओपीडी में समय पर उपस्थिति रहे, रात में भी डाक्टर रुकें, आकस्मिक सेवाएं सक्रिय रखी जाएं और सर्जरी भी हो तो मरीज भी आएंगे क्योंकि इलाज के लिए शहर तक जाने के लिए हर किसी के पास पैसे नहीं होते। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कोरोना का टीका लगवाने आए स्थानीय लोगों से बात की। पूछा कि कौन सा डोज लगवाने आए हैं, कितने दिनों बाद डोज लगवा रहे हैं। यह भी जानकारी ली कि बूस्टर डोज के प्रति लोगों की क्या सोच है। सीएमओ से पूछा कि वैक्सीन पर्याप्त है या नहीं। थोड़ी देर रुकने के बाद अमित मोहन प्रसाद कौशांबी के रास्ते चित्रकूट के लिए रवाना हो गए। इस दौरान निरीक्षण वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हड़कंप मचा रहा।