मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा तहसील स्थित बाबा बोलन नाथ धाम के कुंड(बाण गंगा) में जलीय जीवों पर संकट मंडरा रहा है। कुंड के पानी में अचानक भारी संख्या में छोटी मछलियां मर गईं। इस तरह बड़ी संख्या में मछलियों की मौत होने से स्नान करने व बाबा के दर्शन करने तथा आसपास के इलाकों में दुर्गंध फैल रही है। इससे लोगों का घरों में रहना मुहाल हो गया है। वहीं लोग स्नान करने जाना बंद कर दिया है।प्रतिदिन सुबह स्नान करने के लिए जाने वाले राम कैलाश चौरसिया ने बताया की छोटी मछलियों का मरना पिछले दो दिनों से जारी है,लेकिन तब इक्का दुक्का की मार रही थी।तो लोगों का ध्यान उधर नही गया।इस संबंध में जब स्नान करने जाने वाले लोगों से पूछा गया तो मछलियों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। मछलियों के बारे में जानकारी करने वाले लोग बताते है कि भारी संख्या में मछलियों का कुंड में आना मौत का कारण हो सकता है। कुंड में ज्यादा संख्या में मछलियों के आने से आक्सीजन की कमी मौत का कारण हो सकता है।बता दें कि इस वर्ष युवाओं के सहयोग से पूरे तालाब की सफाई की गाय थी,जिसके कारण भारी संख्या में मछलियों के अंडा देने से मछलियों के बच्चों की संख्या अधिक जो गई ।
पहाड़ के नीचे से कुंड में होते हुए पानी तालाब में जाता है और उसी रास्ते से भरी संख्या में मछलियों के बच्चे कुंड में आ गए,जिससे आक्सीजन के अभाव में मछलियों के बच्चे मरने लगे। अचानक इतनी तादाद में मछलियों के मरने से स्थानीय लोग भी स्तब्ध रहे। मरी मछलियों की संख्या बहुत अधिक होने से इससे आसपास के क्षेत्र में बदबू फैलने लगी। कई लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों ने पास स्थित सी एच सी के अधीक्षक को दे दी है।