प्रयागराज (राजेश सिंह)। गुस्से में आकर उठाए गए कदम से एक परिवार को छिन्न-भिन्न कर दिया है। दंपती के विवाद में पति ने ऐसा कदम उठाया जो किसी ने सोचा भी न होगा। उसने पत्नी की हत्या कर दी और खुद थाने पहुंच आत्मसमर्पण कर दिया। उनके तीन मासूम बच्चे तो बेसहारा हो गए, क्योंकि मां नहीं है और पिता जेल में है। ऐसे में भाई-बहन सदमे में हैं। अब दूसरों के सहारे उनकी परवरिश होगी। प्रयागराज के नैनी का रहने वाले राजमिस्त्री बबलू के कदम ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया। उसने न सिर्फ अपनी पत्नी का कत्ल किया बल्कि बच्चों के सिर से मां का साया भी छीन लिया। मां की मौत, पिता की गिरफ्तारी के बाद भाई-बहन भी अलग-अलग हो गए। परिवार में बबलू का पांच साल का बेटा सुशांत, चार साल की बेटी सौम्या और डेढ़ साल का बेटा अनमोल है। हत्याकांड के बाद सुशांत और सौम्या अपने ननिहाल चले गए तो अनमोल दादी के साथ है। दुखद घटना के बाद घर पर पहुंचे रिश्तेदार बच्चों का चेहरा देख चिंतित हैं। उनका कहना था कि जिन बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए सोनी अपने पति पर ज्यादा पैसा कमाने का दबाव बनाती थी और उन बच्चों के भविष्य पर भी संकट मंडराने लगा है। हत्या के बाद स्कूल से लौटे बच्चों को जब मां की मौत का पता चला तो वह बेसुध हो गए। घर में माता और पिता को न पाकर दादा-दादी से पूछने लगे। महिलाओं को रोते देख वह भी बिलख पड़े। अभियुक्त बबलू ने पुलिस को बताया कि सोनी ज्यादा पैसा कमाने का दबाव बनाती थी, ताकि तीनों बच्चों की अच्छे से पढ़ाई हो सके। चोट लगने के कारण काम पर नहीं जा पा रहा था, जिसको लेकर झगड़ा होता था। आरोपित ने कहा कि शादी के एक साल बाद सोनी परिवार वालों से झगड़ा करने लगी थी, जिससे वह माता-पिता से अलग रहने लगा। डांडी गांव के जिस मकान में सोनी अपनी पति व बच्चों के साथ रहती थी, उसकी दीवार पर प्लास्टर नहीं हुआ था लेकिन घर में सीसीटीवी लगा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी के डिजिटल वीडियो रिकार्डर (डीवीआर) को अपने कब्जे में ले लिया। जांच करके यह भी पता लगाया जाएगा कि घटना में बबलू के अलावा भी तो कोई नहीं शामिल था।