प्रयागराज (राजेश सिंह)। संगमनगरी में वर्ष 2023 की नई सुबह उम्मीदों का ज्वार लेकर आई। नए विहान के स्वागत में शहर उमड़ पड़ा। दिन के दो बजे तक सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। बावजूद इसके संगम पर मकर संक्रांति के स्नान पर्व जैसा जन सागर हिलोरें मारता रहा। हाथी पार्क में प्रवेश के लिए धक्कामुक्की के दौरान भगड़ मचने से कई महिलाएं-बच्चे गिरकर घायल हो गए।कड़ाके की ठंड के बावजूद त्रिवेणी तट पर लोग नई सुबह के स्वागत में पौ फटने से पहले ही उमड़ पड़े। इस दौरान तिल रखने तक की जगह नहीं बची। शाम तक रेला उमड़ता रहा।
नए सपनों, संकल्पों के साथ संगम के शहर में रविवार को लोगों ने नए साल के पहले दिन का दिल खोलकर स्वागत किया। न्यू ईयर सेलिब्रेशन का ऐसा उत्साह वर्षों बाद नजर आया। सुबह लोगों ने सबसे पहले त्रिवेणी संगम पर हाजिरी लगाई। गंगा, यमुना और विलुप्त सरस्वती के तट पर तीर्थपुरोहितों ने शंखध्वनि के साथ मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर आरती उतारी।
यहां गंगा-यमुना की लहरों पर प्रवासी पक्षियों के इतराते-इठलाते झुंड के बीच लोगों ने नए संकल्प लिए। उद्यान विभाग ने आजाद पार्क में देर शाम तक 35 हजार टिकटों की बिक्री की पुष्टि की। उधर, आनंद भवन संग्रहालय में 3661 टिकट बिके। आनंद भवन के डिप्टी डायरेक्टर मोहम्मद खालिद अंसारी ने बताया कि शाम को अचानक भीड़ उमड़ पड़ी।
इसी तरह खुसरो बाग, मिंटो पार्क, भरद्वाज मुनि आश्रम में भी तिल रखने की जगह नहीं थी। इसी तरह इलाहाबाद संग्रहालय में वैदिक कालीन संस्कृति के अवशेषों से लेकर आधुनिक काल तक के 70 हजार से अधिक कला संग्रहों को निहारने के लिए दिन भर बच्चों, युवाओं की भीड़ लगी रही।