प्रयागराज (राजेश सिंह)। माघ मेला क्षेत्र में रविवार आधी रात सनसनीखेज वारदात हुई। यहां 45 वर्षीय सुनीता वर्मा की चेहरा कूंचकर हत्या कर दी गई। हत्यारे ने उसकी एक आंख भी फोड़ दी। हत्या का आरोप मनीष यादव पर है जो उसके साथ पिछले तीन साल से रहता था। वारदात को अंजाम देने के बाद वह मौके से फरार हो गया। दारागंज पुलिस देर रात तक उसकी तलाश में लगी रही।
मृतका मूल रूप से रीवा के गांव दुगमा कुर्मियान, थाना मऊगंज की रहने वाली थी। उसके पति अच्छेलाल की 2020 में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। चार बच्चों में दो बेटे और दो बेटियां हैं। इनमें से सबसे छोटी बेटी छह वर्षीय दामिनी को साथ लेकर वह वर्तमान में माघ मेला क्षेत्र में रह रही थी। यहां उसके साथ कौशांबी के करारी निवासी मनीष यादव भी रहता था। दोनों मजदूरी करते थे। रविवार देर रात मनीष और सुनीता के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया।
बेटी दामिनी का कहना है कि इसी दौरान मनीष ने उसकी मां को डंडों से पीटना शुरू कर दिया। उसके सिर पर और चेहरे पर डंडे से वार किया। दहशत में आकर वह मौके से भाग कर मेला क्षेत्र में ही तैनात पुलिसकर्मियों के पास पहुंची और घटना की जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला लहूलुहान हालत में पड़ी थी और आरोपी फरार हो चुका था। सूचना पर दारागंज थाने की पुलिस भी पहुंच गई और महिला को लेकर एसआरएन अस्पताल पहुंची जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौके पर एसीपी दारागंज आस्था जायसवाल भी पहुंची और मृतका की बेटी से पूछताछ की। मृत का और आरोपी में किस बात को लेकर विवाद हुआ, इस बारे में देर रात तक कुछ पता नहीं चल सका था। एसीपी ने बताया कि मृतका के रीवा में रहने वाली दोनों बेटों को सूचना दे दी गई है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जांच पड़ताल में यह बात सामने आई कि आरोपी मनीष यादव सूरत में रहकर प्राइवेट काम करता था। उधर पति की मौत के बाद सुनीता भी अपने मायके वालों के साथ काम करने सूरत गई थी। वही उसकी मुलाकात मनीष से हुई और फिर दोनों में नजदीकी हुई। 10 दिन पहले ही मनीष सुनीता को लेकर प्रयागराज आया था।