मेजा, प्रयागराज (आस्था धर्म डेस्क)।बैशाख कृष्णपक्ष अमावस्या दिन गुरुवार दिनांक 20 अप्रैल 2023 (आज) नए वर्ष का प्रथम खग्रास सूर्यग्रहण लगेगा, किन्तु यह ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नही देगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित कमला शंकर उपाध्याय ने बताया कि विशेष ध्यान देने की बात यह है की ग्रहण जहां लगता है वहीं उसका प्रभाव भी होता है। धर्मशास्त्र की मान्यता भी उसी स्थान के लिए होती है।
चुंकि यह ग्रहण ऑस्टेलिया, इंडोनेसिया और अटार्टिका आदि स्थानों में ही दिखाई देगा। अतः इसका फल इन्ही स्थानों में होगा। इस ग्रहण से भारत में रहने वाले लोगों पर कोई शुभ या अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा।