प्रयागराज (राजेश सिंह)। एसपी कौशाम्बी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने आई टीम ने शुक्रवार को अपनी जांच पूरी कर ली। जरूरी तथ्य जुटाए। टीम ने जांच रिपोर्ट शासन को भेज दिया है। एसपी बेदाग हैं या नहीं, यह फैसला शासन को करना है। वहीं इस दिन जो चर्चाएं आम रहीं उसमें शासन स्तर से गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में जिले के एक पुलिस अफसर सहित कई माफिया रडार पर हैं। सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में एसपी के खिलाफ षड्यंत्र का इशारा किया गया है। सूत्रों का दावा अगर सही है तो एसपी के खिलाफ षड्यंत्र में एक पुलिस अफसर भी शामिल है।
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के आवास पर एक महिला फॉलोअर ने सोमवार को वीडियो वायरल कर गंभीर आरोप लगाया था। इसके अगले ही दिन मंगलवार को महिला ने मीडिया के सामने आकर आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। बताया कि एसपी की पत्नी ने उसे महज एक प्लेट टूटने के कारण नौकरी से निकाल दिया था। इसी वजह से उसने एसपी पर गंभीर आरोप लगाया।
महिला ने अपने इस कृत्य के लिए माफी भी मांगी। वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर डीजीपी ने आईजी रेंज चंद्रप्रकाश की अध्यक्षता में त्रिस्तरीय कमेटी का गठन कर जांच कराया। कथित पीड़िता, उसके परिवार के सदस्य सहित बंगले में काम करने वाले फॉलोअर, वाहन चालक, गनर सहित कुल 18 लोगों का बयान दर्ज किया गया। तकनीकी साक्ष्य भी जुटाए गए। शुक्रवार को जांच टीम ने जांच पूरी कर ली। आज भी तथ्य जुटाए गए। जांच की मियाद आज पूरी हो गई।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच में फिलहाल एसपी को राहत मिल सकती है। उनके खिलाफ लगे आरोप साबित नहीं हो सके। वहीं, तकनीकी साक्ष्य के आधार पर यह भी पता चला कि पूरी साजिश में जिले के एक पुलिस अफसर सहित कुछ माफिया भी शामिल थे। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी है। अब रिपोर्ट पर होने वाली कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को पुलिस महकमे में कयासों का दौर जारी रहा।