एनसीसी कैडेटों ने स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित की, प्राचार्य प्रो. रजनीश कुँवर ने अभियान को हरी झंडी दिखाई
वाराणसी (राजेश सिंह)। रविवार 1 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को स्वच्छांजली देते हुए हरिश्चंद्र पी.जी. कॉलेज की 5/97 यू.पी. बी.एन. एनसीसी बटालियन ने नमो घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया। "स्वच्छता ही सेवा" पहल के हिस्से के रूप में वाराणसी के ऐतिहासिक नमो घाट पर चले इस जीवंत सफाई अभियान में एन.सी.सी. कैडेटों द्वारा घाट की समग्रता से सफाई की गई। अपनी विशिष्ट वर्दी में सजे-धजे कैडेट, उक्त घाट की सफाई और कायाकल्प करने में उत्साहपूर्वक लगे हुए थे।
प्राचार्य प्रो.रजनीश कुँवर ने हरी झंडी दिखाकर प्रतीकात्मक रूप से अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने इस उद्देश्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए एनसीसी कैडेटों की सराहना की और स्वच्छ, स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देने में ऐसे समुदाय-संचालित प्रयासों के महत्व पर जोर दिया। अपने संबोधन में, प्रो. कुँवर ने कहा कि यह पहल सामुदायिक सेवा की भावना का उदाहरण देती है जो हमारे संस्थान के दिल में निहित है। उन्होंने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि हमारे एनसीसी कैडेट हमारे परिवेश पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
समर्पित एन.सी.सी. कमांडर डॉ. राम आशीष यादव ने दैनिक जीवन में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे इस तरह की पहल न केवल पर्यावरण को बेहतर बनाने में योगदान देती है बल्कि युवाओं में अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करती है। डॉ. राम आशीष ने जोर देकर कहा कि स्वच्छता सिर्फ एक अभियान नहीं है; यह जीवन का एक तरीका है। हमारे कैडेट न केवल भौतिक स्थान की सफाई कर रहे हैं बल्कि हमारे समुदाय में गर्व और स्वामित्व की सामूहिक भावना में भी योगदान दे रहे हैं। स्वच्छता ही सेवा अभियान के महत्व को साझा करते हुए डॉ. यादव ने कहा कि यह आयोजन एक स्वच्छ, अधिक टिकाऊ भविष्य को बढ़ावा देने में सामूहिक कार्रवाई की परिवर्तनकारी क्षमता के लिए एक शक्तिशाली वसीयतनामा के रूप में कार्य करता है। उन्होंने कहा कि हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिकों के पोषण के लिए प्रतिबद्ध है जो अपने समुदाय और पर्यावरण के कल्याण के लिए समर्पित हैं।
इस अवसर पर लगभग 56 एन.सी.सी. कैडेट्स के साथ वरिष्ठ एन.सी.सी. कैडेट अवनीत सिंह व महाविद्यालय के तमाम शिक्षक व कर्मचारीगण मौजूद रहे।