मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। करोड़ों के लागत से पांच साल पहले ग्रामीण पेयजल योजना के तहत महेवॉ कला में टंकी आदि का निर्माण कर तमाम लोगों से कनेक्शन के नाम पर वसूली कर विभागीय कर्मचारी व ठेकेदार फरार हो गये, लेकिन अभी तक न पाइपलाइन बिछ पायी और न ही पेयजल आपूर्ति शुरू हो पाया, जिससे ग्रामीणों में काफी निराशा है।
वर्ष 2018 में ग्रामीण पेयजल योजना के तहत महेवॉ कला ग्राम पंचायत के उपरहार बस्ती में पेयजल योजना के लिए प्रस्ताव हुआ। उत्तर प्रदेश जल निगम निर्माण शाखा ग्रामीण ने अधिकृत वेंडर त्रिमूर्ति इंफाट्रेक को दो करोड़ 18 लाख रुपये स्वीकृत किये। टेंडर के बाद गाँव में दो पंप मशीन, पेयजल टंकी, भवन, बाउंड्री वाल का निर्माण सहित भूमिगत 11 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाकर ग्रामीणों को पेयजल कनेक्शन कराया जाना प्रस्तावित किया गया। कार्यपूर्ति हेतु 18 माह का समय भी निर्धारित किया गया। भूमिगत पाइपलाइन बिछाने के नाम पर गाँव की सड़कें खोदकर नष्ट भी की गयी, लेकिन अभी तक न पाइपलाइन बिछ पायी और न ही पेयजल आपूर्ति शुरू हो पायी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस समय टंकी, पंप मशीन आदि लगे, उसी समय कुछ दलाल व कर्मचारी कनेक्शन देने के नाम पर भी तमाम ग्रामीणों से वसूली किये। पांच साल के लंबे अंतराल में देखरेख और उपयोग के अभाव में टंकी, पंप मशीन व भवन खराब हो चुके हैं। टंकी के ऊपर और आसपास कूड़ा करकट का ढेर लगा हुआ है तथा पंप मशीन जंग खा रही है। कनेक्शन के नाम पर धन गंवाने वाले तमाम ग्रामीण अभी भी अपने को ठगा महसूस करते हुए पूरे मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तथा अधर में पड़े इस महत्वाकांक्षी पेयजल योजना को शुरू कराने की शासन व प्रशासन से मांग की है।