प्रयागराज (राजेश सिंह)। जिले के गंगानगर के सराय ममरेज थानाध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह पर गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज किया गया है। थाने के दो अन्य सिपाहियों पर भी गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज किया गया है। दलित सिपाही विनय कुमार की तहरीर पर एससी-एसटी विशेष न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिससे थाने में हड़कंप मचा हुआ है।
जानें पूरा मामला
पीड़ित विनय कुमार निवासी सिंधौरा थाना सराय ममरेज का स्थाई निवासी है। वर्तमान समय में चन्दौली जिले में पुलिस विभाग हेड मुंशी के पद पर कार्यरत है। बताया गया कि 3 अप्रैल 2024 को समय लगभग 12:30 बजे वह अपनी बाइक सर्विस कराने रस्ती पुर चौराहे पर गया था कि पीड़ित के परिवार की लालती देवी व मालती देवी तथा उनका लड़का रंजीत कुमार उसके पास आये और बोले कि भैया पुलिस चौकी जंघई से दो सिपाही घर पर आये हैं जो गाली दे रहे हैं, और कह रहे कि बीस हजार लेकर रस्तीपुर चौराहे पर आओ नही तो पूरे घर वालों को जेल में डाल दिया जायेगा। उनकी बात सुनकर पीड़ित पुलिस वालों के पास पहुंचा और अपना परिचय देते हुए कहा भाई क्या बात है। आप लोगों को यहा क्यों बुलाए हो। इतना सुनते ही पुलिस वाले आग बबूला हो गये तथा पीड़ित को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुये बोले कि तुम जज या डीएम नहीं हो जो तुम फैसला करोगे। आरोप है कि इसी बीच पुलिस वालों ने बेवजह उसको गाली देने लगे तथा जातिसूचक गालियां देते हुए कहा कि भाग जा नहीं तो तुम्हारी खैर नहीं है और उसे मारने पीटने लगे तथा बगल में रखा स्टूल से उसके सिर पर प्रहार कर दिया। जिससे वह लहुलूहान हो गया तथा पुलिस द्वारा उसको दुकान 'के अन्दर घसीट कर ले गए तथा प्राण घातक हमला कर दिये तथा शटर गिराकर मारने लगे तथा उसको जमीन पर पटक कर उसका गला तब तक दबाये रखे। आरोप है कि पीड़ित बेहोश हो गया होश आने पर वह किसी तरह शटर उठा कर बाहर आया, लोग डर वश उसको बचाने का साहस नही कर पाए। दोनों सिपाही समीर सिंह तथा मनोज कुमार यादव दोनों पुलिस चौकी जंघई पर तैनात हैं। तथा उनका आतंक पूरे क्षेत्र में व्याप्त है। कोई भी व्यक्ति इन से अपनी शिकायत नहीं करते है। घटना कि लिखित सूचना थानाध्यक्ष सरायं ममरेज को दिया था लेकिन उन्होंने मुल्जिमान से सिर्फ सुलह करवाने का दबाव बनाना शुरू किया कि कहीं किसी विभाग में शिकायत नहीं करना। यही तुम्हारे लिए अच्छा होगा । जब वह अपनी रिपोर्ट लिखाने पर दबाव बनाया तो दरोगा नाराज हो गया और जातिसूचक गाली देते हुए कहा कि भाग जाओ। नहीं तो सिपाही लोग तुम्हारा सर फोड़े हैं मैं तुमको गोली मार दूंगा।
पीड़ित ने न्यायालय के समक्ष लिखित शिकायत प्रस्तुत कर कार्रवाई की मांग की थी। पीड़ित ने थानाध्यक्ष सरायं ममरेज द्वारा अपने कार्यों की उपेक्षा करने तथा जाति सूचक शब्द का प्रयोग करके गाली देना तथा गोली मारने की धमकी देने के मामले में कार्रवाई की मांग की। वहीं थानाध्यक्ष सराय ममरेज योगेश प्रताप सिंह सहित सिपाही मनोज कुमार एवं समीर सिंह पर एससी-एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज किया गया है।