रीवा। मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बनाकर पीटा। सूचना पाते ही उसे बचाने पहुंचे टीआई समेत पुलिस की टीम पर भी आरोपियों ने हमला कर दिया। हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। पुलिस टीम पर हुए हमले की जानकारी मिलने के बाद भेजे गए अतिरिक्त पुलिस बल की सहायता से घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है यहां घायल पुलिस कर्मियों का इलाज चल रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत दिनों हादसे में अशोक कुमार आदिवासी की मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार ने इसे हादसा न मानते हुए सनी द्विवेदी नाम के युवक पर हत्या का आरोप लगाया था। होली पर शाम करीब 4 बजे आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी पिटाई शुरू कर की। मारपीट में सनी की भी मौत हुई है।
मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया कि बंधक बनाकर युवक की पिटाई की सूचना मिलते ही शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जैसे ही कमरे को खुलवाया गया तो देखा कि युवक सनी द्विवेदी की मौत हो चुकी है। फोर्स को देखकर घबराए आरोपियों ने पुलिसवालों पर भी हमला कर दिया। हमले में थाना प्रभारी संदीप भारतीय, हनुमना तहसीलदार कुंवारे लाल पनिका, एएसआई बृहस्पति पटेल, एएसआई राम चरण गौतम, एसडीओपी अंकिता सूल्या और 25वीं बटालियन के जवाहर सिंह यादव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। एसडीओपी अंकिता सूल्या और एसआई आरती वर्मा ने खुद को गांव में ही एक कमरे में बंद कर लिया। इसके बाद भारी पुलिस फोर्स पहुंची। फायरिंग करते हुए पुलिस अंदर घुसी और गांव में 144 धारा लगाई। फोर्स एसआई-एसडीओपी को बाहर लाई। सनी द्विवेदी के शव को भी बाहर लाया गया। सभी घायलों को इलाज के लिए मऊगंज के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एएसआई राम चरण गौतम की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, हालात को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।