पूछताछ में सामने आया बिहार कनेक्शन
गिरोह के सरगना समेत तीन तस्करों को पुलिस ने पकड़ा
एक पिस्टल, दो तमंचा और कारतूस भी की गई बरामद
प्रयागराज (राजेश सिंह)। एयरफोर्स के कमांडर वर्क्स इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) सत्येंद्र नारायण मिश्रा के हत्यारोपित सौरभ उर्फ बाबू पासी को पिस्टल, तमंचा व कारतूस देने के मामले में पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसमें गिरोह का सरगना सुलेम सराय निवासी दीपू, उसका साथी मुंडेरा का सिद्धांत उर्फ काका और पीपलगांव का गौरव सिंह शामिल है। इनके कब्जे से एक पिस्टल, दो तमंचा और कारतूस बरामद की गई है।
पूछताछ में पता चला है कि सौरभ ने असलहे के लिए सिद्धांत से संपर्क किया था। फिर सिद्धांत उसे गौरव के पास ले गया था। उसके बाद दीपू ने सौरभ को पिस्टल व तमंचा देकर पैसा लिया था। सरगना का कनेक्शन बिहार के मुंगेर से भी सामने आया है, जिसके आधार पर अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है।
बिहार के रोहतास जिले के कोचस थाना क्षेत्र स्थित हरनाथपुर गांव निवासी सत्येंद्र नारायण मिश्रा एयरफोर्स के मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमईएस) में कमांडर वर्क्स इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) के पद पर कार्यरत थे। वह एयरफोर्स स्टेशन बमरौली परिसर के हाई सिक्योरिटी जोन स्थित सरकारी आवास में परिवार के साथ रहते थे।
28 मार्च 2025 की रात करीब ढाई बजे सेंट्रल एयर कमांड क्षेत्र में घुसपैठ करके सत्येंद्र नारायण मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात से सनसनी फैल गई थी। घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने लाल बिहारा निवासी सौरभ, उसके पिता शिवकुमार, मां सुनीता को गिरफ्तार करते हुए वारदात का राजफाश किया।
पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि सौरभ जेल में बंद अपने भाई को छुड़ाने के लिए सीडब्ल्यूई के आवास में चोरी व लूट की योजना बनाई थी। इसी के लिए वह हाई सिक्योरिटी जोन में पहुंचा था, लेकिन असफल रहने पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। सौरभ के कब्जे से पिस्टल, तमंचा व कारतूस भी बरामद हुई थी।
कनेक्शन का पता चलने के बाद थानाध्यक्ष पूरामुफ्ती मनोज सिंह, एसओजी सिटी प्रभारी शांतनु सिंह, चौकी इंचार्ज संजीव चौधरी, दारोगा रोहित मिश्रा, एसओजी दारोगा मनोज कुमार सिंह सहित अन्य की टीम को लगाया गया। रविवार को पुलिस टीम ने घेरेबंदी करके तीनों को दबाेच लिया तो सौरभ तक असलहा पहुंचने की कहानी साफ हुई। हत्यारोपित ने 40 हजार में पिस्टल व पांच हजार में तमंचा खरीदा था।
सीडब्ल्यूई के हत्यारोपित को पिस्टल, तमंचा लाकर देने के मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से असलहा भी बरामद किया गया है। तस्कर का मुंगेर कनेक्शन सामने आया है, जिस पर काम किया जा रहा है। -अभिषेक भारती, डीसीपी सिटी
पुलिस का कहना है कि सिद्धांत उर्फ काका पहले गंगा कछार में साथियों के साथ मिलकर असलहा बनाने की फैक्ट्री चलाता था। कछार के पास ही एक सुरक्षित ठिकाना बनाए था, जहां असलहा छिपाता था। वह आर्म्स एक्ट के मुकदमे में पहले भी जेल जा चुका है। धूमनगंज थाने में उसके खिलाफ कुल चार मुकदमे दर्ज हैं। यह भी बताया गया है कि सिद्धांत अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी, छिनैती भी करता था।