प्रयागराज (राजेश सिंह)। संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार घट रहा है। बीते 24 घंटे में दोनों नदियों के जलस्तर में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। फाफामऊ में गंगा नदी का जलस्तर 48 सेंटीमीटर और छतनांग में 50 सेंटीमीटर घटा है। वहीं यमुना नदी का नैनी में जलस्तर 54 सेंटीमीटर कम हुआ। रविवार सुबह 8 बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 83.14 मीटर, छतनांग में 82.18 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 82.67 मीटर दर्ज किया गया।
जलस्तर घटने के साथ बाढ़ का पानी कई इलाकों से उतर गया है, लेकिन इससे रिहायशी मोहल्लों में गंदगी और कीचड़ की समस्या पैदा हो गई है। बाढ़ का पानी उतरने के बाद मलेरिया, डेंगू और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसी को देखते हुए नगर निगम ने प्रभावित इलाकों में सफाई अभियान तेज कर दिया है। जगह-जगह एंटी लार्वा स्प्रे और फॉगिंग कराई जा रही है ताकि मच्छरों का प्रकोप न बढ़ सके।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सक्रिय है और प्रभावित इलाकों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं, राहत शिविरों में ठहरे बाढ़ पीड़ित धीरे-धीरे अपने घरों को लौट रहे हैं। हालांकि, शहर के कई मोहल्ले अभी भी जलमग्न हैं, जहां लोगों को आने-जाने और दैनिक जरूरतों को पूरा करने में कठिनाई हो रही है।
लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीमों को तैनात किया गया है। जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने के साथ ही उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम लगातार जारी है। दूसरी ओर, सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम से गंगा और यमुना के जलस्तर पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी संभावित स्थिति से निपटा जा सके।
