प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में धर्मांतरण का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। झूंसी थाना क्षेत्र के नाहरपुर रोड कनिहार में रहने वाले मौलाना हिदायतुल्लाह ने एक हिंदू युवक राम बिहारी का धर्म परिवर्तन कराकर उसका नाम ताज मोहम्मद रख दिया। इसके बाद रायबरेली जनपद के सलोन इलाके की रहने वाली मुस्लिम युवती सलमा से उसका निकाह पढ़वा दिया।
आरोपी मौलाना हिदायतुल्लाह खुद भी पहले हिंदू धर्म का अनुयायी था। करीब 25 साल पहले उसने इस्लाम धर्म अपना लिया था। वह मूल रूप से बस्ती जिले का रहने वाला है और कई वर्षों पहले प्रयागराज आकर बस गया था। यहां वह मौलाना का काम करने के साथ मुस्लिम बच्चों को उर्दू पढ़ाता था।
इस पूरे मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब झूंसी के एक स्थानीय अधिवक्ता ने पुलिस को शिकायत दी। अधिवक्ता ने बताया कि नाहरपुर कनिहार में रहने वाला मौलाना हिदायतुल्लाह हिंदू युवकों को बहला-फुसलाकर मुस्लिम धर्म में परिवर्तित कर उनकी शादियां करवा रहा है। इसी सिलसिले में जब उन्होंने राम बिहारी से बात की तो उसने कबूल किया कि उसकी शादी हिदायतुल्लाह ने ही कराई थी।
राम बिहारी ने पुलिस को बताया कि हिदायतुल्लाह ने उसका नाम बदलकर ताज मोहम्मद रख दिया, और फर्जी दस्तावेज़ बनवाकर निकाह पढ़वा दिया। निकाह सर्टिफिकेट में उसके पिता का नाम बशीर दर्ज किया गया, जबकि उसके असली दस्तावेज़ों में पिता का हिंदू नाम दर्ज है। आधार कार्ड में भी वह हिंदू के रूप में दर्ज है।
शिकायत पर एसीपी झूंसी विमल किशोर मिश्रा ने तत्काल संज्ञान लिया और टीम गठित की। पुलिस ने आरोपी मौलाना हिदायतुल्लाह को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो वह गुमराह करने की कोशिश करता रहा, लेकिन कड़ी पूछताछ में उसने सच्चाई कबूल की। बताया कि उसने राम बिहारी का नाम ताज मोहम्मद रखकर मुस्लिम धर्म की युवती से उसका निकाह करवाया था। फिलहाल उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली, जहां से फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट, मुहरें, और निकाह सर्टिफिकेट की एक बुकलेट बरामद की गई। पुलिस ने जब बुकलेट की जांच की तो कई और संदिग्ध नाम सामने आए, जिन्हें लेकर अब जांच आगे बढ़ाई जा रही है। बुकलेट से ही यह भी पता चला कि इससे पहले भी आरोपी कई निकाह पढ़वा चुका है।
पुलिस को शक है कि हिदायतुल्लाह किसी बड़े धर्मांतरण गिरोह का हिस्सा हो सकता है। अब तक की पूछताछ में यह साफ नहीं हुआ कि वह हिंदू युवकों का धर्म परिवर्तन किस मकसद से करवा रहा था। क्या इसके पीछे धार्मिक प्रचार का बहाना बनाकर संगठित रूप से धर्मांतरण का नेटवर्क चल रहा था? पुलिस फिलहाल इस एंगल से जांच कर रही है।
एसीपी झूंसी विमल किशोर मिश्रा ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। पूरी घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। आरोपी के संपर्कों और आर्थिक लेनदेन की भी जांच होगी। यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं वह किसी बड़े रैकेट से जुड़ा तो नहीं।