प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके में गुरुवार रात हुई हत्या का पर्दाफाश कर दिया था। आरोपी विशाल को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया।
पैर में गोली लगने के कारण उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार को डॉक्टरों ने उसे फिट घोषित किया, जिसके बाद कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया गया। उधर, मृतक एलएन सिंह उर्फ पप्पू का शनिवार को प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। परिवार और परिचितों की आंखें नम थीं।
गाजीपुर के रहने वाले थे एलएन सिंह
मूल रूप से गाजीपुर जिले के सादात निवासी एलएन सिंह लंबे समय से प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के शकुंतला कुंज कॉलोनी में परिवार के साथ रह रहे थे। उनके परिवार में पत्नी और एक बेटा राज सिंह हैं, जो ग्राफिक्स डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गुरुवार रात करीब 10रू30 बजे एलएन सिंह किसी काम से सिविल लाइंस स्थित जीएचएस रोड पहुंचे थे। तभी विशाल नाम के युवक ने उन पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। गंभीर रूप से घायल सिंह मौके पर ही गिर पड़े। वीडियो में वह खून से लथपथ हालत में तड़पते दिखे। पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
विवाद की जड़ में नशे की शिकायत
पुलिस जांच में पता चला कि विशाल, साहिल नाम के युवक का दोस्त था। साहिल की मां विजेता को शक था कि विशाल ही उसके बेटे को नशे की लत लगवा रहा है। इसी बात को लेकर दोनों परिवारों में विवाद हुआ। उसी बीच एलएन सिंह वहां से गुजर रहे थे और उन्होंने बीचबचाव की कोशिश की। लेकिन नशे में धुत विशाल ने उन पर ही हमला कर दिया।
साहिल के बयान के मुताबिक, विशाल पहले फोन कर उसे बुला रहा था। जब वह नहीं गया तो विशाल खुद उनके घर पहुंच गया। वहां झगड़ा हुआ, और जब एलएन सिंह ने रोकने की कोशिश की, तो विशाल ने उनके सीने और पेट पर कई वार किए।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, एलएन सिंह के शरीर पर 13 गहरे घाव मिले। सभी वार धारदार हथियार से किए गए थे। पुलिस ने पूरे पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी कराई।
2 घंटे में दबोचा गया आरोपी
घटना के बाद एडिशनल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर डॉ. अजयपाल शर्मा के निर्देशन में पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज से पहचान हुई। विशाल सिविल लाइंस इलाके में ही छिपा मिला। पुलिस की घेराबंदी के दौरान उसने फायरिंग की, जिसके जवाब में चली गोली उसके पैर में लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी का दावा,पहले मुझ पर हमला हुआ
पूछताछ में विशाल ने कहा कि एलएन सिंह ने पहले उस पर हमला किया था, जिससे उसके सिर में चोट लगी। उसने दावा किया कि गुस्से में आकर उसने पलटवार किया। हालांकि पुलिस के अनुसार, किसी पुरानी रंजिश की बात सामने नहीं आई है।
एसीपी सिविल लाइंस कृतिका शुक्ला ने बताया कि मुठभेड़ में घायल विशाल को इलाज के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मां-बेटे से पूछताछ जारी है। फिलहाल, मिले साक्ष्य आरोपी विशाल की संलिप्तता की पुष्टि कर रहे हैं।
