मिर्जापुर (राजेश सिंह)। मिर्जापुर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले मददगारों को भारत सरकार की श्रा-वीर योजना के तहत 25 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। विंध्याचल मंडलायुक्त राजेश प्रकाश ने मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समय पर इलाज मिलने से घायलों की जान बचाई जा सकती है।
मंडलायुक्त ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि ऐसे मददगारों की पहचान कर उन्हें पुरस्कार दिलाया जाए, ताकि आमजन घायलों की मदद के लिए प्रेरित हो सकें। उन्होंने बढ़ती दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और बताया कि मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2024 की तुलना में नवंबर 2025 में सोनभद्र और भदोही जनपदों में सड़क दुर्घटनाओं और मृतकों की संख्या में वृद्धि हुई है। दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी पवन गंगवार ने बैठक में बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और जिला अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ तैनात नहीं हैं। इस कारण दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को इलाज के लिए वाराणसी रेफर करना पड़ता है।
मंडलायुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि हाईवे और मुख्य सड़कों पर किसी भी स्थिति में वाहन खड़े न किए जाएं। उन्होंने कहा कि कोहरे और कम दृश्यता के कारण दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। सभी व्यावसायिक वाहनों पर अभियान चलाकर रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगवाने के आदेश दिए गए। उन्होंने बताया कि बिना नंबर प्लेट के डंपर और ट्रक सड़कों पर चल रहे हैं, जिनकी संख्या विशेषकर सोनभद्र में अधिक है। ऐसे वाहनों के खिलाफ विशेष संयुक्त अभियान चलाने को कहा गया।
मंडलायुक्त ने स्कूली वाहनों की सुरक्षा पर भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना फिटनेस और बिना परमिट संचालित स्कूली वाहनों की कड़ी समीक्षा की जाए। बैठक में अपर आयुक्त राज कुमार द्विवेदी, जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, बी.एन. सिंह (सोनभद्र), शैलेश कुमार (भदोही), एसएसपी सोमेन वर्मा, एसपी अभिषेक वर्मा (सोनभद्र), एसपी अभिमन्यु मांगलिक (भदोही) सहित परिवहन, स्वास्थ्य, शिक्षा, एनएचएआई, लोक निर्माण विभाग और उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
