प्रयागराज (राजेश सिंह)। माघ मेला क्षेत्र में काम रुकवाने पर तीर्थपुरोहित नाराज हो गए। आक्रोशित तीर्थपुरोहितों ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय पर घंटों हंगामा किया। इसी बीच एक तीर्थपुरोहित के बेटे ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की। इससे हड़कंप मच गया। लोगों ने उसे पकड़ लिया। मेला कार्यालय पर रात 12 बजे के बाद तक तीर्थपुरोहित एकत्र होकर नारेबाजी करते रहे। उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ल सहित कई अधिकारियों ने उन्हें शांत कराया।
तीन जनवरी से शुरू होगा कल्पवास
माघ मेला क्षेत्र में तीन जनवरी से कल्पवास शुरू होगा। गृहस्थ लोग तीर्थपुरोहितों के शिविर में कल्पवास करते हैं। अबकी भूमि वितरण में काफी विलंब होने से तीर्थपुरोहितों में पहले से नाराजगी थी। इधर भूमि वितरण के बाद उसमें टेंट, शौचालय, बिजली आदि लगाने का काम चल रहा है। मेला क्षेत्र के सेक्टर छह के उत्तरी पटरी में राई पंडा को जमीन मिली है। वह शुक्रवार को काम करवा रहे थे कि शाम को अमीन ने उसे रुकवा दिया। इससे वह नाराज हो गए। वहां काफी कहासुनी हुई।
बच्चे पंडा ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया
कई तीर्थपुरोहित रात 10 बजे के बाद मेला प्राधिकरण कार्यालय पहुंचकर हंगामा करने लगे। तीर्थपुरोहितों की भीड़ बढ़ने पर पुलिस और पीएसी के जवानों को बुला लिया गया। बाहर के लोगों को रोकने के लिए मुख्य द्वार को बंद करवा दिया। इसी बीच बच्चे पंडा ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया। प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष प्रदीप पांडे का कहना है कि अमीन के गलत बयानबाजी की थी, जिसकी वजह से विवाद बढ़ गया। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी की जमीन नहीं काटी जाएगी, न काम रुकेगा। इससे तीर्थपुरोहित संतुष्ट हो गए हैं।
प्रयागराज, मेला प्रशासन द्वारा माघ मेले में आये हुये साधु -संतों को मेला क्षेत्र में जमीन और सुविधा आवंटन नहीं करने पर गुस्साये साधु -संतों ने शुक्रवार रात मेला प्रशासन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ कर मेला अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की साधु -संतों का कहना है कि कई अखाड़ो के साधु संत माघ मेला में आये है और मेला अधिकारी एक बार भी संतों के साथ ना तो मीटिंग की और ना ही कार्यालय पर मिलते है। संतो ने मेलाधिकारी के प्रति नाराजगी जताते हुये कहा कि लापरवाह मेलाधिकारी अभी तक साधु-संतों को मेला क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मुहैया कराई है । जिससे साधु -संतों में आक्रोश व्याप्त है...

